मोरछड़ी लहराई रे रसिया ओ सांवरा लिरिक्स

मोरछड़ी लहराई रे रसिया ओ सांवरा लिरिक्स

मोरछड़ी लहराई रे, रसिया ओ सांवरा,
तेरी बहुत बड़ी सकलाई रे…

मोरछड़ी का जादू निराला, इसको थामे है खाटू वाला,
लीले चढ़के दौड़ा ये आए, सारे संकट पल में मिटाए,
रसिया ओ सांवरा, तेरी बहुत बड़ी सकलाई रे,
मोरछड़ी…

श्याम बहादुर दर्शन को आए, ताले मंदिर के बंद पाए,
मोरछड़ी से तालों को खोला, शीश झुका कर बाबा से बोला,
रसिया ओ सांवरा, तेरी बहुत बड़ी सकलाई रे,
मोरछड़ी…

मोरछड़ी की महिमा है भारी, श्याम धणी को लागे ये प्यारी,
हर्ष कहे रोतों को हंसाए, हाथों में जब तेरे लहराए,
रसिया ओ सांवरा, तेरी बहुत बड़ी सकलाई रे,
मोरछड़ी…

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