हरी का भजन कर सुख पा ले भजन लिरिक्स
हरी का भजन कर सुख पा ले,
सुख पा ले भाई, सुख पा ले,
तेरी दो दिन की जिंदगानी है,
तेरी बीती जाय जवानी है,
हरी का भजन कर सुख पा ले,
सुख पा ले भाई, सुख पा ले,
तेरी दो दिन की जिंदगानी है,
तेरी बीती जाय जवानी है ||
काहे मनवा मन में करता विचार,
देख उसे वो बैठा है दातार,
कौल किया जो, कर जाते उद्धार,
मनवा कर ले इन चरणों से प्यार,
ये जग झूठा, झूठा इसका प्यार,
मान ले बन्दे मत हो इसमें कुवार,
धन दौलत और झूठा ये परिवार,
मोह माया का झूठा ये जंजाल,
एक भजन ही देगा तेरा साथ,
छोड़ दे बन्दे झूठे जग की आस,
कौन है तेरा, किस पे तुझको नाज,
उसके पास छिपे हैं सारे राज,
मत कर तू नादानी है, उससे कुछ ना छानी है,
मत कर तू नादानी है, उससे कुछ ना छानी है,
हरी का भजन कर सुख पा ले…
हरी का भजन कर सुख पा ले,
सुख पा ले भाई, सुख पा ले,
तेरी दो दिन की जिंदगानी है,
तेरी बीती जाय जवानी है,
हरी का भजन कर सुख पा ले,
सुख पा ले भाई, सुख पा ले,
तेरी दो दिन की जिंदगानी है,
तेरी बीती जाय जवानी है ||