khatu shyam bhajan kanhiya mittal lyrics
खाटू श्याम जी भजन/Shyam Bhajan Lyrics (1) : –
जब जब प्रेमी कही पे कोई रोता है आँख के आँसू से चरण को धोता है
अक्सर तन्हाई मेी तुमको पुकारे ना ज़ोर दिल पे चले
हारे हारे हारे तुम हारे के सहारे
हम हारे हारे हारे तुम हारे के सहारे
तू है मेरा इक सावरा, तू है मेरा इक सावरा
मई हू तेरा इक बावरा, मई हू तेरा इक बावरा
सुनता नही मेरी भला क्यूँ, सुनता नही मेरी भला क्यूँ
इतना बता दे क्या माझरा, इतना बता दे क्या माझरा
कैसे काहु तू है मेरा, कैसे काहु तू है मेरा
जो कुच्छ मेरा वो है तेरा, जो कुच्छ मेरा वो है तेरा
आता नही है समझ कुच्छ मुझे, आता नही है समझ कुच्छ मुझे
हारे हारे हारे तुम हारे के सहारे
हम हारे हारे हारे तुम हारे के सहारे
हारे हारे हारे तुम हारे के सहारे
हम हारे हारे हारे तुम हारे के सहारे ||
खाटू श्याम जी भजन (2) : –
मेरे सर पर रख बाबा
अपने ये दोनों हाथ
देना हो तो दीजिए
जनम जनम का साथ ||
देने वाले श्याम प्रभु तो
धन और दौलत क्या मांगे
श्याम प्रभु से मांगे तो फिर
नाम और इज्जत क्या मांगे
मेरे जीवन में तू कर दे
बाबा कृपा की बरसात
देना हो तो दीजिए
जनम जनम का साथ ||
श्याम तेरे चरणों की धूल तो
धन दौलत से महंगी है
मेरे दिल की तम्मना यही है
करूँ सेवा तेरी दिन रात
देना हो तो दीजिए
जनम जनम का साथ ||
झुलस रहे है गम की धुप में
प्यार की छैय्या कर दे तू
बिन माझी के नाव चले न
अब पतवार पकड़ ले तू
मेरा रस्ता रौशन कर दे
छायी अन्धयारी रात
देना हो तो दीजिए
जनम जनम का साथ ||
सुना है हमने शरणागत को
अपने गले लगाते हो
ऐसा हमने क्या माँगा जो
देने से घबराते हो
चाहे जैसे रख बनवारी
बस होती रहे मुलाकात
देना हो तो दीजिए
जनम जनम का साथ ||
मेरे सर पर रख दो बाबा
अपने ये दोनों हाथ
देने हो तो दीजिए
जनम जनम का साथ ||
खाटू श्याम जी भजन/Shyam Bhajan Lyrics (3) : –
जीवन की ये बगिया मेरे श्याम ने ही है खिलाई,
जीवन की ये बगिया मेरे श्याम ने ही है खिलाई,
हर सुख दुख मई मुझको पड़ता ये ही दिखाई,
हर सुख दुख मई मुझको पड़ता ये ही दिखाई,
जब जब मेरा मॅन घबराता मुझे कुच्छ भी साँझ नही आता,
अपनो को मई ना सुहाता उनपे मई बोझ बन जाता,
आता है श्याम मेरा आता है, आकर मुझे गले लगता है,
जब जब मेरा मॅन घबराता मुझे कुच्छ भी साँझ नही आता,
अपनो को मई ना सुहाता उनपे मई बोझ बन जाता,
आता है श्याम मेरा आता है, आकर मुझे गले लगता है,
आता है श्याम मेरा आता है, आकर मुझे गले लगता है,
जीवन की ये बगिया मेरे श्याम ने ही है खिलाई,
जीवन की ये बगिया मेरे श्याम ने ही है खिलाई,
हर सुख दुख मई मुझको पड़ता ये ही दिखाई,
हर सुख दुख मई मुझको पड़ता ये ही दिखाई,
सुख बढ़ चढ़ साथ निभाता दुख द्वार खड़े रह जाता,
मेरा श्याम खड़ा मुस्कता मई झूम झूम कर गाता,
आता है श्याम मेरा आता है, आकर मुझे गले लगता है,
आता है श्याम मेरा आता है, आकर मुझे गले लगता है,
जिसको ना हो भरोसा वो करके भरोसा देखे,
जिसको ना हो भरोसा वो करके भरोसा देखे,
उसकी नाव ना डूबे उसे श्याम ही आकर खेचए,
उसकी नाव ना डूबे उसे श्याम ही आकर खेचए,
झट नाव किनारे लगती हर उलझी गात सुलझती
फिर बात कभी ना बिगड़ती,बिगड़ती किस्मत भी सुधरती,
आता है श्याम मेरा आता है, आकर मुझे गले लगता है,
आता है श्याम मेरा आता है, आकर मुझे गले लगता है,
कलयुग इनका प्यारे तू भी इनका हो जा,
कलयुग इनका प्यारे तू भी इनका हो जा,
सौप के इनको नैया इनकी शरण मेी हो जा,
सौप के इनको नैया इनकी शरण मेी हो जा,
आनंद ऐसा आएगा तू कभी ना भर्माएगा
पाकर के श्याम की मस्ती तू झूम झूम कर गाएगा,
आता है श्याम मेरा आता है, आकर मुझे गले लगता है,
आता है श्याम मेरा आता है, आकर मुझे गले लगता है,
जब जब मेरा मॅन घबराता मुझे कुच्छ भी साँझ नही आता,
अपनो को मई ना सुहाता उनपे मई बोझ बन जाता,
आता है श्याम मेरा आता है, आकर मुझे गले लगता है,
जब जब मेरा मॅन घबराता मुझे कुच्छ भी साँझ नही आता,
अपनो को मई ना सुहाता उनपे मई बोझ बन जाता,
आता है श्याम मेरा आता है, आकर मुझे गले लगता है,
आता है श्याम मेरा आता है, आकर मुझे गले लगता है ||
खाटू श्याम जी भजन/Shyam Bhajan Lyrics (4) : –
जब से नाम लिया है तेरा
जुड़ गया तार से तार
बदल गया दुनिया का नजरिया
बदल गया संसार
श्याम दिन फिर गए मेरे
कुछ भी नहीं था पास में मेरे
हार के आया बाबा पास में तेरे
हारे का साथी बनकरके किया बहुत उपकार
बदल गया दुनिया का नजरिया
बदल गया संसार
श्याम दिन फिर गए मेरे
सोच बदल दी मेरी
ज़िन्दगी बदल गयी
मिलने को तुमसे मेरा दिल भी मचल गया
रोशन होगयी रहे मेरी मिल गया तेरा प्यार
बदल गया दुनिया का नजरिया
बदल गया संसार
श्याम दिन फिर गए मेरे ||
खाटू श्याम जी भजन (5) : –
बात है श्याम की श्याम के धाम की
जब खबर कोई लाया मजा आ गया
क्या बातउ तुझे सँवारे ने मुझे भेज कर खत भूल्या
मजा आ गया जी मजा आ गया
खुशबुए इतर की मित्र के खत में है
सँवारे की किरपा मेरी किस्मत में है
झूम उठा दिल ये तब मेरी आँखों ने जब
खत पड़के सुनाया मजा आ गया
चाहता था जो दिल वो ख़ुशी मिल गई
मेरी उम्मीद की हर कली खिल गई
क्या कहु अब भला लो मैं खाटू चला
दिन बड़ा शुभ आया मजा आ गया
होते होते ही इतनी तरकी हुई
अब चरणजीत की जीत पाकी हुई
उस का वादा था जो याद था उसको वो
उसने वधा निभाया माजा आ गया ||