रात्यूं ना नींद ही आव रह रह थारी याद सताव लिरिक्स
रात्यूं ना नींद ही आव रह रह थारी याद सताव लिरिक्स (तर्ज – ग्यारस चानण की आयी….) रात्यूं ना नींद ही आव, रह रह थारी याद सताव, दरश दिखाज्यो म्हारा सांवरा, ओ बाबा दरस….।। जद भी कोई सुपणो आव, लागे तूं कन्ने बुलावे, खाटू बुलाज्यो म्हारा सांवरा, ओ बाबा दरस…. ।। थारी नगरी में घणी, … Read more