आजा रे कन्हैया आजा रे भजन लिरिक्स
आजा रे कन्हैया आजा रे भजन लिरिक्स मेरे मन की शहनाई, रो रोकर तुझे पुकारे, आजा रे कन्हैया, आजा रे। कभी ये बजा करती थी, अपनी ही धुन में, खिलते थे फूल मेरे, मन उपवन में, सुर भी आज पड़े हैं मध्यम, ये सारे के सारे, आजा रे कन्हैया, आजा रे। आज बज रही है ये … Read more