मन बस गयो नन्दकिशोर अब जाना नहीं कहीं और लिरिक्स

मन बस गयो नन्दकिशोर अब जाना नहीं कहीं और लिरिक्स मन बस गयो नन्दकिशोर, अब जाना नहीं कहीं और, बसालो वृन्दावन में, बसालो वृन्दावन में ।। सौंप दिया अब जीवन तोहे, राखो जेहि विधि रखना मोहे। तेरे दर पे पड़ी हूँ सब छोर, अब जाना नहीं कहीं और ।। बसालो…. मोहे वृन्दावन की धूल बनालो, … Read more