मैं उस दरबार का सेवक हूँ भजन लिरिक्स
मैं उस दरबार का सेवक हूँ भजन लिरिक्स मैं उस दरबार का सेवक हूँ, जिस दर की अमर कहानी है, मैं गर्व से जग में कहता हूँ, मेरा मालिक शीश का दानी है, मै उस दरबार का सेवक हूँ।। तर्ज – मैं पल दो पल का शायर हूँ। इनके दरबार के नौकर भी, दुनिया में … Read more