म्हारो हेत तेर स बाबा दूजी ना पिछाण है लिरिक्स
म्हारो हेत तेर स बाबा दूजी ना पिछाण है लिरिक्स (तर्ज- थाली भर कर ल्याई खीचड़ो….) म्हारो हेत तेर स बाबा, दूजी ना पिछाण है। मिलग्यां थारे स गण म्हारा, थारो ही विधान है-२ ।। थारो नाम तो चुंबक जैसो, खींच सभी ने लेव है, बदले में म्हाने श्याम धणी, भक्ति और शक्ति देव है, … Read more