श्याम बाबा को श्रृंगार मन भावे भजन लिरिक्स

श्याम बाबा को श्रृंगार मन भावे भजन लिरिक्स श्याम बाबा को श्रृंगार मन भावे, खाटू वाळे को दरबार मन भावै, दुनियाँ का नज़ारा के देखा, के देखा, श्याम बाबा को श्रृंगार मन भावै। ऐ को मुखड़ों प्यारो प्यारों, ईकी आँख्या जो अमृत की प्याली, ऐ की माथे मुकुट है छापर, मोर पंखियाँ गज़ब की निराली, … Read more